{[['']]}
नयी नयी शादी होने के दो-चार दिन बाद जब पति शाम को ऑफिस से आया तो पत्नी आते ही बोली ...
पत्नी : " अजी सुनते हो जरा वाशिंग मशीन का प्लग बदल दो काम नहीं कर रहा ..."
पति उसको बांहों में भरते हुए उसे बेडरूम में ले गया और उसे बीएड पे गिर उसपर चढ़ते हुए बोला: " डार्लिंग मैं कोई बिजली का मिस्त्री हूँ क्या ?" वाशिंग मशीन का पलग काम करे न करे पर मेरा प्लग तेरे होल्डर में घुस के जरुर काम करेगा और फिर पति की शरारतों से रूम में पत्नी की मादक सिस्कारियां गूंजने लगी और फिर मानो रूम में तूफ़ान आ गया ...
अगले दिन जब शाम को जब पति ऑफिस से वापस घर आता है तो पत्नी फिर पति को बोलती है.
पत्नी: " अजी सुनते हो बाथरूम की जरा टोंटी टपक रही है थोडा इसे कस दो न "
पति एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा और दुसरे हाथ से उसे खींचते हुए बेडरूम में ले गया और उसके कपडे खोलते हुए बोला: "मैं कोई प्लम्बर हूँ क्या ... जरा देख बाथरूम की टोंटी से ज्यादा तो मेरी टोंटी टपक रही है और फिर पल भर में दोनों के कपड़े जमीन पे पड़े थे और बिस्तर पर दोनों के शारीर गुत्थम गुत्था हुए कबड्डी खेल रहे थे और पलंग उनकी हरकतों से चरमराने लगा ......
अगले दिन फिर पति के घर आते ही पत्नी फिर बोलती है ...
पत्नी: "दरवाजा काफी हिल रहा है इसमें दो कील ही ठोक दो"
पति उसकी सलवार में हाथ घुसाता है हाथ चलाते हुए बोलता है : " यार मैं कोई कारपेंटर हूँ क्या? हाँ खील तो थोकुंगा पर दरवाज़े में नहीं " फिर पैंटी के ऊपर हाथ लाते हुए बोलता है खील ठोकने के लिए ये जगह मस्त है और उसे फिर बेडरूम में लता है और कुछ मिनटों बाद ही पति पत्नी के दोनों टांगों के जोड़ में अपनी खील ठोकने है जैसे जैसे पति की खील अन्दर जाती है पत्नी की कहराहटें निकलने लगती है और सारा कमरा उनकी इस अनोखे खील ठोकने का गवाह बनता है
अगले दिन जब वो घर आता है तो देखता है की वाशिंग मशीन, टोंटी और दरवाजा तीनो ही ठीक हो चुके थे, और उसकी पत्नी ने उसे कोई काम करने को नहीं कहा तो वो अपनी पत्नी से पूछता है, पति: "ये तीनो चीज़ें कैसे ठीक हुई ?"
पत्नी बोली: "सामने वाले पडोसी का जवान लड़का किसी काम से इधर आया था तो मैंने उसे इसे ठीक करने को कहा ...
वो बोला की वो तीनो चीज़ों को ठीक कर सकता है पर उसके बदले में मुझे उसे या तो अपनी चूत देनी पड़ेगी या फिर अच्छा सा केक बना कर खिलाना पड़ेगा,
बस फिर वो ही ये तीनो चीज़ें ठीक कर के गया है ...."
पति कुछ सोचते हुए बोला: "हम्म, तो फिर तुमने उसे कोन सा केक बना कर खिलाया ...?"
पत्नि आगे बढ़कर उसके पैंट की ज़िप खोली और अपना एक हाथ अन्दर घुसा उसके खड़े लंड को अपने कोमल मुलायम हाथो की मुट्ठी में पकड़ कर उसे खींचते हुए बेडरूम में ले गयी और लंड को मुठियाते हुए बोली : "केक? कैसा केक? जानू मैं कोई कुक हूँ क्या ....?"
पत्नी : " अजी सुनते हो जरा वाशिंग मशीन का प्लग बदल दो काम नहीं कर रहा ..."
पति उसको बांहों में भरते हुए उसे बेडरूम में ले गया और उसे बीएड पे गिर उसपर चढ़ते हुए बोला: " डार्लिंग मैं कोई बिजली का मिस्त्री हूँ क्या ?" वाशिंग मशीन का पलग काम करे न करे पर मेरा प्लग तेरे होल्डर में घुस के जरुर काम करेगा और फिर पति की शरारतों से रूम में पत्नी की मादक सिस्कारियां गूंजने लगी और फिर मानो रूम में तूफ़ान आ गया ...
अगले दिन जब शाम को जब पति ऑफिस से वापस घर आता है तो पत्नी फिर पति को बोलती है.
पत्नी: " अजी सुनते हो बाथरूम की जरा टोंटी टपक रही है थोडा इसे कस दो न "
पति एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा और दुसरे हाथ से उसे खींचते हुए बेडरूम में ले गया और उसके कपडे खोलते हुए बोला: "मैं कोई प्लम्बर हूँ क्या ... जरा देख बाथरूम की टोंटी से ज्यादा तो मेरी टोंटी टपक रही है और फिर पल भर में दोनों के कपड़े जमीन पे पड़े थे और बिस्तर पर दोनों के शारीर गुत्थम गुत्था हुए कबड्डी खेल रहे थे और पलंग उनकी हरकतों से चरमराने लगा ......
अगले दिन फिर पति के घर आते ही पत्नी फिर बोलती है ...
पत्नी: "दरवाजा काफी हिल रहा है इसमें दो कील ही ठोक दो"
पति उसकी सलवार में हाथ घुसाता है हाथ चलाते हुए बोलता है : " यार मैं कोई कारपेंटर हूँ क्या? हाँ खील तो थोकुंगा पर दरवाज़े में नहीं " फिर पैंटी के ऊपर हाथ लाते हुए बोलता है खील ठोकने के लिए ये जगह मस्त है और उसे फिर बेडरूम में लता है और कुछ मिनटों बाद ही पति पत्नी के दोनों टांगों के जोड़ में अपनी खील ठोकने है जैसे जैसे पति की खील अन्दर जाती है पत्नी की कहराहटें निकलने लगती है और सारा कमरा उनकी इस अनोखे खील ठोकने का गवाह बनता है
अगले दिन जब वो घर आता है तो देखता है की वाशिंग मशीन, टोंटी और दरवाजा तीनो ही ठीक हो चुके थे, और उसकी पत्नी ने उसे कोई काम करने को नहीं कहा तो वो अपनी पत्नी से पूछता है, पति: "ये तीनो चीज़ें कैसे ठीक हुई ?"
पत्नी बोली: "सामने वाले पडोसी का जवान लड़का किसी काम से इधर आया था तो मैंने उसे इसे ठीक करने को कहा ...
वो बोला की वो तीनो चीज़ों को ठीक कर सकता है पर उसके बदले में मुझे उसे या तो अपनी चूत देनी पड़ेगी या फिर अच्छा सा केक बना कर खिलाना पड़ेगा,
बस फिर वो ही ये तीनो चीज़ें ठीक कर के गया है ...."
पति कुछ सोचते हुए बोला: "हम्म, तो फिर तुमने उसे कोन सा केक बना कर खिलाया ...?"
पत्नि आगे बढ़कर उसके पैंट की ज़िप खोली और अपना एक हाथ अन्दर घुसा उसके खड़े लंड को अपने कोमल मुलायम हाथो की मुट्ठी में पकड़ कर उसे खींचते हुए बेडरूम में ले गयी और लंड को मुठियाते हुए बोली : "केक? कैसा केक? जानू मैं कोई कुक हूँ क्या ....?"
Post a Comment